विवरण
इलायची ( Elaichi )का बॉटनिकल नाम इलेक्टेरिया कार्डमोम (Elettaria cardamomum) है। छोटी सी इलायची में बड़े बड़े गुण होते हैं। इलायची का सेवन मुख्य तौर पर मुख शुद्धि या मसाले के रूप में होता है। इलायची दो प्रकार की होती है। एक हरी या छोटी इलायची और दूसरी बड़ी इलायची।
बड़ी इलायची का प्रयोग व्यंजनों को स्वादिष्ट बनाने में और छोटी इलायची का प्रयोग मिठाइयों को बेहतर फ्लेवर देने में होता है। इतना ही नहीं इलायची औषधीय गुणों की खान है।
दोनों ही इलायची का पौधा हरा और पांच फिट से दस फिट तक लंबा होता है। इसके पत्ते दो फिट तक लंबे होते हैं। इलायची बीज और जड़ दोनों से उगती है। इसके लिए समुद्र की हवा और छायादार भूमि दोनों आवश्यक हैं। मैसूर, मंगलोर, मालाबार आदि जगहों पर इलायची बहुतायात में उगाई जाती है।
फायदे
1. गले में खराश हो या आवाज़ बैठ गई हो तो सुबह उठकर और सोते समय दोनों वक्त छोटी इलायची ( Elaichi ) को चबा चबा कर खाएं और गुनगुना पानी पियें।
2. गले में सूजन हो तो मूली के पानी में छोटी इलायची को पीसकर मिलाएं और इसका सेवन करें। फायदा मिलेगा।
3. खांसी से परेशान हों तो एक छोटी इलायची, एक अदरक का टुकड़ा, लौंग और तुलसी के कुछ पत्ते एकसाथ पान के पत्ते में रखकर चबाएं।
4. यदि उल्टी से परेशान हैं तो बड़ी इलायची (5ग्राम) लेकर आधा लीटर पानी में उबालें। जब पानी एक चौथाई रह जाए तब इसे ठंडा कर लें। और दिनभर में इस पानी का सेवन करते रहे।
5. यदि मुंह में छाले हो गए हैं तो पिसी हुई मिश्री को इसमें मिलाकर छालों पर बुरकें।
6. यदि केले ज्यादा खा लिए हों और बदहजमी लग रही हो तो एक इलायची चबा लें। इससे तत्काल आराम मिलेगा।
7. यदि मुंह से दुर्गन्ध आती हो तो इलायची चबाने से लाभ होता है। इसके लिए एक छोटी इलायची को मुंह में रखकर चबायें।
8. यदि पेशाब में जलन हो रही हो और पेशाब बूँद बूँद करके हो रहा हो तो एक बड़ी इलायची चबाकर पानी पी लें। आराम मिलेगा।
9. बुखार ना उतर रहा हो तो इलायची, अदरक, लौंग, तुलसी पत्ता का काढ़ा बनाकर पियें। लाभ होगा।
10. अपच महसूस हो रही हो तब भी इलायची का सेवन लाभकारी है।
11. सीने में जलन हो रही हो तो इलायची को चूसकर पानी पियें। आराम मिलेगा।
12. लीवर और गॉल ब्लेडर संबंधी समस्याओं में भी इलायची बेहद हितकारी है।
13. जुकाम में इलायची के दाने अजवाइन के साथ हल्के गरम करके पोटली बनाकर सूंघने से आराम मिलता है।
14. अगर आपका बस या गाड़ी में बैठने से जी मिचला रहा हो और चक्कर आ रहा हो तो तुरंत अपने मुंह में छोटी इलायची डाल लीजिये। आपको तुरंत राहत मिलेगी।
सावधानी
1. कहा जाता है कि प्रेगनेंट और दूध पिला रही महिलाओं को इलायची( Elaichi ) का सेवन नहीं करना चाहिए। इससे दूध की ग्रन्थियां प्रभावित होती है जिससे दूध कम बनता है। हालाँकि इसके कोई ठोस सुबूत नही मिले हैं लेकिन फिर भी इलाज से बचाव बेहतर होता है। यह ध्यान में रखकर सेवन ना करना ही ठीक है।
2. इलायची के ज्यादा सेवन से पित्त की थैली(गॉल ब्लेडर)में पथरी होने की सम्भावना भी बढ़ जाती है। इसलिए जितनी मात्रा से व्यंजनों में स्वाद बढ़े उतनी मात्रा का सेवन ही करें।
3. इलायची के सेवन से कुछ लोगों को एलर्जी हो सकती है जिसमें सीने और गले में जख्म, सांसों का छोटा-छोटा आना व सांस लेने में दिक्कत भी हो सकती है
4. इलायची के ज्यादा सेवन से गॉल ब्लेडर में दर्द की शिकायत भी हो सकती है।
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